अडाणी

 ब्लूमबर्ग के अनुसार बैंको के साथ सिंडीकेट लोन पर चर्चा आगे बढ रही है अडाणी ग्रुप अंबुजा सिमेंट की खरीद के लिए जुटाए गए लोन को रिफाइनेंस करने के लिए बैंकों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है इस डील के लिए बैंकों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है और यह इस साल एशिया के सबसे बड़े लोन सौदे में से एक हो सकता है न्यूज़ एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बुधवार को एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है रिपोर्ट के मुताबिक बैंक करीब 3.5 अरब डॉलर यानी कि करीब 29000 करोड़ रुपये को रीफाइनेंस कर सकते हैं वहीं अडानी ग्रुप अंबुजा सीमेंट के ओरिजिनल प्लांट पर करीब 30 करोड़ डॉलर चुकाएगा! बता दें कि अडानी ग्रुप करीब 3.8 अरब डॉलर के लोन को रिफाइनेंस कराने के लिए कई महीनों से बैंकों के साथ बातचीत में है रिपोर्ट के मुताबिक कर्जदार तीन कैटेगरी में बांटे गए हैं पहले ग्रुप में डीएसबी ग्रुप होल्डिंग्स लिमिटेड, फर्स्ट अबू धाबी बैंक पीजेएससी, MIZUHO, MUFG और सुमितोमो जैसे बड़े लेंडर्स शामिल है यह सभी 40-40 करोड़ डॉलर का कर्ज दे सकते हैं दूसरे ग्रुप में बार्कलेज, डॉयचे बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक शामिल है इनसे 25 -22 करोड़ डॉलर कर्ज पर चर्चा हो रही है तीसरे ग्रुप में बीएनबी पारिबा, एमिरेट्स एनबीडी और कतर नेशनल बैंक शामिल है ये 15-15 करोड़ डॉलर कर्ज दे सकते हैं कर्ज को लेकर चर्चा फिलहाल जारी है किसी ने औपचारिक बयान जारी नहीं किया है इसलिए शर्तों में बदलाव संभव है अनुमान है कि डील इस महीने के अंत में या अक्टूबर की शुरुआत में अंतिम रूप ले सकती है यहां जिस सिंडिकेट लोन की बात हो रही है उसे भी समझ लेते हैं सिंडिकेट लोन कर्ज देने का एक तरीका होता है जहां एक से ज्यादा कर्ज दाता एक साथ आकर किसी एक कर्जदार या कर्जदार के समूह को कर्ज मुहैया कराते हैं सिंडिकेट लोन की कई वजह होती है कई बार लोन का आकार काफी बड़ा होता है ग्राहक की साख अच्छी होने पर कई बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस मिलकर कर्ज मुहेया कराते हैं वहीं कुछ मामले में बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन जोखिम को कम करने के लिए सिंडिकेट लोन देते हैं इससे एक लोन में ही बैंकों के एक्सपोजर बढ़कर कम हो जाता है और उसी लिहाज से जोखिम भी घट जाता है रिफाइनेंस को लेकर अडानी ग्रुप और बैंकों के बीच बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है यह संकेत है कि अडानी ग्रुप अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडन बर्ड के आरोपों से लगे झटके से उभर कर वापस लौट रहा है हिंडन बर्ड के आरोपों के चलते अडानी ग्रुप की मार्केट वैल्युएशन एक समय करीब 150 अरब डॉलर घट गई थी अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का बार-बार खंडन किया रिफाइनेंस को लेकर अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है वहीं अभी शर्तें भी बदल सकती हैं लेकिन ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक अगर यह डील होती है तो यह इस साल जापान के बाहर एशिया का चौथा सबसे बड़ा लोन होगा!

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